- 32 Posts
- 74 Comments
पृथ्वी से छन कर जन्नत में जो खबरे आ रही थीं उससे बादशाह अकबर काफी परेशान थे। उन्हें अपने जमाने में आनर किलिंग का शिकार होने से बाल-बाल बची लडकी से ऐसी उम्मींद कतई नहीं थी। जिस अनारकली ने उनके बेटे के लिए खुद को दीवार में चुनवा दिया, वही आज कमर लचका कर सलीम के बिना ही डिस्को में जाने का ऐलान कर रही है। बादशाह अकबर के लिए तो यह किसी सदमे से कम नहीं था। जिनकी इजाजत के बगैर कभी हिंदुस्तान में एक पत्ता नहीं हिलता था, उन्हीं के बेटे की माशूका की यह हिमाकत…। पहले मुगल साम्राज्य के वारिस से दिल लगाया और फिर उसी को छोड़ दूसरे के संग डिस्को में जायेगी। फौरन उन्होंने अपने हर मर्ज की दवा यानी बीरबल को तलब किया। परलोक के नियमों के मुताबिक बीरबल स्वर्ग में आराम फरमा रहे थे। बादशाह का फरमान था इसलिये यमराज से विशेष अनुमति लेकर भागे-भागे जन्नत पहुंचे।
‘ये क्या हो रहा है बीरबल… ‘ सामना होते ही बादशाह अकबर ने सवाल दागा ‘…जो लड़की सलीम की मोहब्बत के लिए आंसू बहाने पर फक्र महसूस करती थी, आज उसकी ये गुस्ताखी… ‘ । बीरबल मुस्कराये, बोले- ‘…शांत हो जाइये महाराज, …आप परम सौभाग्यशाली हैं जो जन्नत में बैठ यह सबकुछ देख-सुन रहे हैं…, जरा उनके बारे में सोचिये जो परलोक का वेटिंग टिकट लेकर पृथ्वी पर दिन काट रहे हैं। …उनके दिल पर क्या बीत रही होगी… ‘। बीरबल बोले जा रहे थे- महाराज भारत में नारी सशक्तिरण का नया दौर चल रहा है। इस नये दौर में रानी अहिल्याबाई और झांसी की रानी जैसी महिलायें अप्रासंगिक हो गयी हैं। नारी सशक्तिकरण के इस नये दौर की ‘शीला’ अपनी जवानी ढिंढोरा पीटती है। ‘मुन्नी’ अपनी बदनामी की कहानी नाच-गा कर सरेआम सबको सुनाती है। चमेली जेल वाली क्रीम लगा कर और चिकनी हो गयी है और महाराज पौव्वा पीकर गली-गली सबको नचा रही है। आप सुन नहीं सकेंगे जिल्ले इलाही… जलेबी बाई भी लखनवी नजाकत को छोड़ नये दौर की सशक्तिकरण में आयटम सांग पर झूम रही है…। गहरी सांस लेते हुए बीरबल ने कहा – …और जब शीश महल में अनारकली ने ‘प्यार किया तो डरना क्या… ‘ गाकर आपको खुलेआम चुनौती दे रही थी, तब उसकी आखिरी लाइन पर गौर कीजियेगा हुजूर- पर्दा नहीं जब कोई खुदा से, बंदो से परदा करना क्या… ‘। अकबर को अपनी बेचैनी का जवाब मिल चुका था। उन्होंने इस दौर में पृथ्वी पर ना भेजने के लिए खुदा का शुक्रिया अदा किया कि और आराम फरमाने के लिए अपने केबिन में घुस गये।
Read Comments