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भोजपुरी संगीत से जुड़े भाई लोगों का तो इन दिनों खुशी का ठिकाना नहीं है। दरअसल] बात ही कुछ ऐसी है। अरसे बाद भोजपुरी संगीत को अपने सबसे च्यादा अश्लील होने की तोहमत से मुक्ति मिल गयी है। ऐसा नहीं कि भोजपुरी के स्वयंभू रफी और मुकेश को सncqद्धि आ गयी और उन लोगों ने अश्लील गाने न गाने की कसम खा ली हो। दरअसल बालीवुड की मुन्नी ने खुद बदनाम होकर अश्लीलता के पहले पायदान पर खड़ी भोजपुरी संगीत को दूसरे स्थान पर ढकेल दिया है। अपने भाई लोग इसलिये खुश हैं कि भोजपुरी के अश्लील गानों पर आसमान-जमीन एक करने वालों को वे लोग दबंग का —मुन्नी बदनाम हुई…तेरे लिये— गाना सुना चुप करा सकेंगे। उनका कहना है कि कम से कम अपने भाई लोग तो जानते ही हैं कि मुन्नी बदनाम हुई.. गाना भोजपुर पट्टी में प्रचलित किस गाने का रिमेक है! अब ऐसे गीत घर-घर बजने लगे तो समझिये भोजपुरी संगीत के स्वर्णिम दिन आने ही वाले हैं।
हालांकि] भोजपुरी संगीत का एक बड़ा तबका मुन्नी की बदनामी पर खुश होकर सल्लू भैया सरीखे कलाकार के कमर लचकाने से चिंतित भी हैं। चिंता जताने वाले भाइयों को अपना मार्केट खतरे में नजर आ रहा है। अबतक ट्रक-जीप व ढाबों पर बजने वाले गानों पर उन लोगों का एकाधिकार हुआ करता था। अब हिंदी में भी मुन्नी बदनाम.. सरीखे दो-चार गाने बाजार में आ गये तो उनकी दुकान का क्या होगा! इसी चिंता में दुबले हुए जा रहे एक भोजपुरी गीतकार कहने लगे- बताइये साहब! …जब सलमान खान सरीखे कलाकार ऐसे-ऐसे गानों पर कमर मटकाने लगेंगे तो अपने भइया को कौन देखेगा। भोजपुरी गानों के शौकीनों का एक बड़ा तबका रहा है। लोहा सिंह, गणेश दत्त किरण, तारकेश्वर मिश्रा, लक्ष्मण बागी, लक्ष्मण लहरी… आदि से भोजपुरी संगीत जानने वाले लोग अब चाहकर भी घर में भोजपुरी गाना सुनने का आनंद नहीं ले सकते। वजह है, भोजपुरी के अधिकांश गाने चोली से शुरू होकर घाघरा में खत्म होते हैं। हालांकि, भोजपुरी से प्यार करने वालों को बदली परिस्थितियों में उम्मीद नजर आ रही है।
आखिर में
यमराज ने दूत को धरती पर एक व्यक्ति की आत्मा को लाने भेजा। दूत ने यहां आकर देखा कि उस व्यक्ति के शरीर में आत्मा है ही नहीं। दूत परेशान! सोचने लगा यमराज को क्या जवाब देगा। उन्हें कैसे विश्वास दिलायेगा कि बिना आत्मा के भी धरती पर इंसान जिंदा हैं। नारद मुनी को अपनी समस्या बतायी। नारद ने पूछा- उक्त व्यक्ति करता क्या है। दूत ने बताया- भोजपुरी संगीतकार है। नारद ने सलाह दी- आत्मा उसके शरीर में नहीं, बाजार में ढूंढ़ो।
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